Sunday, August 9, 2009

जुनून रखा ?

जब मै डेल्ही आया तो लगा की सब कुछ आसानी से मिल जाए गा । लेकिन जब यहाँ समाचार चैनेलो samna करना panda तो कुछ और नजर आया .अगर muchhe jinda रखा तो मेरा जुनून । yoh रे मीडिया के लोग .padal चलते -चलते geer jata था लेकिन जुनून नही hara।
मीडिया me aaeye तो बड़े लोगो का link jaroori है। नही तो गेट का chaprasi puchhata है की .कितना padne है जनाब?बड़ी -बड़ी बातें करने wale ये patrakar मिलते नही। sara ज्ञान source है । न तो yo patrkarita रह गई है aaur n तोyo patrkar। सब badal gya है । इस लिए पत्रकारिता me आने के लिए नए tarike से taiyyar हो कर आए। अगर आप को यह jigyasa jannne को है की nya तरीका क्या है तो .मै बताता hoo.पुराने ptarakarita के bare me n सोचे .nai shoch हमेशा बनाये.लोगो के bare jannne की कोशिश करे की उनको क्या चाहिए .उस तरह के विचार मन me बनाये । sari baato को मै इस लिए लिख रहा ho की। bacche padai के douran कुछ auor shochte है .aour यहाँ कुछ aour है। यह रे prakarita का जुनून। यही जुनून muchhko अभी तक jivit रखा है । लेकिन अब muchhe mukam milraha है ।
मेरे dosto जुनून bana के rakho मंजिल मिले gi .यह systame badlega .